हाल ही में, मुझे राजभवन, गुवाहाटी में असम और मणिपुर के माननीय राज्यपाल श्री लक्ष्मण प्रसाद आचार्य जी से मिलने का अवसर प्राप्त हुआ। इस महत्वपूर्ण मुलाकात का उद्देश्य बांग्लादेश में हिंदुओं, महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हो रहे उत्पीड़न को लेकर महामहिम राष्ट्रपति जी को एक पत्र सौंपना था। यह विषय न केवल मानवाधिकारों का सवाल है, बल्कि एक समाज के तौर पर हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी है।
मुलाकात का उद्देश्य
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचार, महिलाओं और बच्चों के साथ किए जा रहे दुर्व्यवहार और उनके धार्मिक अधिकारों के हनन की घटनाएं चिंताजनक हैं। इन मुद्दों को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आवाज उठाना जरूरी है। राजभवन में आयोजित इस मुलाकात के दौरान, मैंने महामहिम राज्यपाल जी को हमारी चिंताओं और प्रस्तावित कदमों से अवगत कराया।
पत्र सौंपने का क्षण
राजभवन के गरिमामय माहौल में महामहिम राज्यपाल जी को राष्ट्रपति जी के नाम संबोधित पत्र सौंपा गया। इस पत्र में हमने बांग्लादेश सरकार से प्रभावी कदम उठाने की मांग की है, ताकि वहां के हिंदू समुदाय को सुरक्षा और न्याय मिल सके।
चर्चा के मुख्य बिंदु
-
बांग्लादेश में मानवाधिकारों का हनन:
हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रही हिंसा के आंकड़े और घटनाएं भयावह हैं। यह न केवल धार्मिक असहिष्णुता को दर्शाता है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार मानकों का भी उल्लंघन है। -
महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा:
अत्याचार का सबसे बड़ा शिकार महिलाएं और बच्चे बन रहे हैं। उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। -
भारत सरकार की भूमिका:
मैंने महामहिम राज्यपाल जी से आग्रह किया कि इस विषय को भारत सरकार और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रमुखता से उठाया जाए।
महामहिम राज्यपाल जी की प्रतिक्रिया
महामहिम राज्यपाल श्री लक्ष्मण प्रसाद आचार्य जी ने हमारी चिंता को गहराई से समझा और इसे गंभीरता से लेने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वे इस मामले को संबंधित अधिकारियों और महामहिम राष्ट्रपति जी के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। उनकी सहानुभूति और सकारात्मक दृष्टिकोण से हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली।
भविष्य की दिशा
इस मुलाकात ने हमें बांग्लादेश में हिंदू समुदाय की आवाज बनने का एक मजबूत मंच दिया है। विश्व हिंदू रक्षा परिषद इस विषय पर निरंतर प्रयासरत रहेगा और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी अपील करेगा कि वे इस अन्याय को समाप्त करने में अपनी भूमिका निभाएं।
निष्कर्ष
मानवता और न्याय की रक्षा के लिए यह हमारा कर्तव्य है कि हम बांग्लादेश में हिंदुओं, महिलाओं और बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए आवाज उठाएं। इस दिशा में महामहिम राज्यपाल श्री लक्ष्मण प्रसाद आचार्य जी से हुई इस मुलाकात ने हमारे प्रयासों को एक नई ऊर्जा दी है।
जय हिंदू समाज, जय भारत!
गोपाल राय
राष्ट्रीय अध्यक्ष
विश्व हिंदू रक्षा परिषद